मुक्तक
प्रेम की सरिता बहाएं
आओ कुछ ऐसा करें
प्यार की सलिला बहाएं
आओ कुछ ऐसा करें
चाँद, घर को करे रोशन
आओ कुछ ऐसा करें
पीर दिलों की भुलाएँ
आओ कुछ ऐसा करें
गीतों की सरगम सजाएँ
आओ कुछ ऐसा करें
ग़ज़लों से महफ़िल सजाएँ
आओ कुछ ऐसा करें
नफ़रत से सबको बचाएं
आओ कुछ ऐसा करें
इस धरा को स्वर्ग बनाएं
आओ कुछ ऐसा करें