मुक्तक
यक़ीनन ख़ुदा का सहारा बहुत है।
तुम्हें खूबियों से संवारा बहुत है।
फ़रिश्तों ने देखा तो सजदा किया तब,
लगा खूबसूरत नज़ारा बहुत है।
यक़ीनन ख़ुदा का सहारा बहुत है।
तुम्हें खूबियों से संवारा बहुत है।
फ़रिश्तों ने देखा तो सजदा किया तब,
लगा खूबसूरत नज़ारा बहुत है।