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23 Sep 2024 · 1 min read

मुक्तक

यकीं कैसे करोगे तुम, मेरा मैं खुद को समझाऊँ,
निगाहें भर के देखोगे, जो दिल मैं चीर दिखलाऊँ,
जमाना तो हमेशा से, रहा करता बगावत है,
समय तू ही बता दे अब, अगर जाऊँ किधर जाऊँ।

Language: Hindi
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