Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Sep 2024 · 1 min read

#मुक्तक-

#मुक्तक-
■ मुझे ये देखना है।
【प्रणय प्रभात】
“तजुर्बा ही सिखाता है
उसी के दम पे सीखा है,”
अदावत हारती हर दम
मुहब्बत जीत जाती है।
तुम्हें ये देखना है सब्र
मेरे दिल में कितना है,
मुझे ये देखना है तुम को
किस दिन अक़्ल आती है।।
👍👍👍👍👍👍👍👍👍

1 Like · 32 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
गलतियाँ करना ''''अरे नही गलतियाँ होना मानव स्वभाव है ।
गलतियाँ करना ''''अरे नही गलतियाँ होना मानव स्वभाव है ।
Ashwini sharma
मेरे अल्फाजों के
मेरे अल्फाजों के
हिमांशु Kulshrestha
मां शारदा की वंदना
मां शारदा की वंदना
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
4468 .*पूर्णिका*
4468 .*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कभी नजरें मिलाते हैं कभी नजरें चुराते हैं।
कभी नजरें मिलाते हैं कभी नजरें चुराते हैं।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
कल गोदी में खेलती थी
कल गोदी में खेलती थी
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तितली
तितली
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"इच्छाएँ"
Dr. Kishan tandon kranti
परीक्षाओं में असफल हुए पुरुष
परीक्षाओं में असफल हुए पुरुष
पूर्वार्थ
🚩पिता
🚩पिता
Pt. Brajesh Kumar Nayak
■ सतनाम वाहे गुरु सतनाम जी।।
■ सतनाम वाहे गुरु सतनाम जी।।
*प्रणय*
आज दिल ये तराना नहीं गायेगा,
आज दिल ये तराना नहीं गायेगा,
अर्चना मुकेश मेहता
बड़े परिवर्तन तुरंत नहीं हो सकते, लेकिन प्रयास से कठिन भी आस
बड़े परिवर्तन तुरंत नहीं हो सकते, लेकिन प्रयास से कठिन भी आस
ललकार भारद्वाज
*गुरूर जो तोड़े बानगी अजब गजब शय है*
*गुरूर जो तोड़े बानगी अजब गजब शय है*
sudhir kumar
“मंजर”
“मंजर”
Neeraj kumar Soni
प्रेम गजब है
प्रेम गजब है
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
गुरुपूर्व प्रकाश उत्सव बेला है आई
गुरुपूर्व प्रकाश उत्सव बेला है आई
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
रम्मी खेलकर लोग रातों रात करोड़ पति बन रहे हैं अगर आपने भी स
रम्मी खेलकर लोग रातों रात करोड़ पति बन रहे हैं अगर आपने भी स
Sonam Puneet Dubey
*साहित्यिक कर्मठता के प्रतीक स्वर्गीय श्री महेश राही*
*साहित्यिक कर्मठता के प्रतीक स्वर्गीय श्री महेश राही*
Ravi Prakash
CompTIA Network+ Certification Training
CompTIA Network+ Certification Training
rojarani
* रंग गुलाल अबीर *
* रंग गुलाल अबीर *
surenderpal vaidya
बदरी
बदरी
Suryakant Dwivedi
*
*"माँ महागौरी"*
Shashi kala vyas
सच का सौदा
सच का सौदा
अरशद रसूल बदायूंनी
ॐ নমঃ শিবায়
ॐ নমঃ শিবায়
Arghyadeep Chakraborty
पर्यावरण
पर्यावरण
Dinesh Kumar Gangwar
बंध निर्बंध सब हुए,
बंध निर्बंध सब हुए,
sushil sarna
तू मिला जो मुझे इक हंसी मिल गई
तू मिला जो मुझे इक हंसी मिल गई
कृष्णकांत गुर्जर
बेमेल शादी!
बेमेल शादी!
कविता झा ‘गीत’
Loading...