#मुक्तक-
#मुक्तक-
■ समर बाक़ी…!
“हमने रामायण भुला दी दोस्तों,
इसलिए शंका है अब भी सामने।
हर दिशा से एक चिंगारी उठे,
हर क़दम लंका है अब भी सामने।।
👌प्रणय प्रभात👌
#मुक्तक-
■ समर बाक़ी…!
“हमने रामायण भुला दी दोस्तों,
इसलिए शंका है अब भी सामने।
हर दिशा से एक चिंगारी उठे,
हर क़दम लंका है अब भी सामने।।
👌प्रणय प्रभात👌