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29 May 2024 · 1 min read

मुक्तक

मुक्तक

जो तेरे प्रयासों का समंदर , रोशन हो जाए
जो तेरी कोशिशों का कारवाँ , रोशन हो जाए |
जो तेरे प्रयासों को मिले , तेरी तदबीर का साथ
तेरी मंजिल का तुझे मिलना , आसान हो जाए ||

अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम”

1 Like · 116 Views
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
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