मुक्तक
मुक्तक
निखारो खूबियां अपनी, खामियां जन गिनायेंगे।
कदम आगे बढ़ाना तुम, खींचना लोग आएंगे। देखना है अगर सपना, तो ऊंचा ही सदा देखो। दिखाने के लिए नीचा सदा कुछ लोग आएंगे।।
राजेश तिवारी”रंजन”
बाँदा उत्तर प्रदेश
मुक्तक
निखारो खूबियां अपनी, खामियां जन गिनायेंगे।
कदम आगे बढ़ाना तुम, खींचना लोग आएंगे। देखना है अगर सपना, तो ऊंचा ही सदा देखो। दिखाने के लिए नीचा सदा कुछ लोग आएंगे।।
राजेश तिवारी”रंजन”
बाँदा उत्तर प्रदेश