#मुक्तक
#मुक्तक
“ज़ुबां बेशक़ तुम्हारी है,
जहां जब चाहे मुंह खोलो।
तुम्हें ये हक़ दिया किसने,
मिरे किरदार पर बोलो??
■प्रणय प्रभात■
#मुक्तक
“ज़ुबां बेशक़ तुम्हारी है,
जहां जब चाहे मुंह खोलो।
तुम्हें ये हक़ दिया किसने,
मिरे किरदार पर बोलो??
■प्रणय प्रभात■