मुक्तक
खबर नहीं है हमें भले ही ,जीवन में अगले पल की।
कठिन दौर में हम करते हैं,कोशिश पाने की हल की।
समझदार माना जाता है ,जग में केवल वह प्राणी,
आहट सच में सुन लेता है ,जो आने वाले कल की।।
डाॅ.बिपिन पाण्डेय
खबर नहीं है हमें भले ही ,जीवन में अगले पल की।
कठिन दौर में हम करते हैं,कोशिश पाने की हल की।
समझदार माना जाता है ,जग में केवल वह प्राणी,
आहट सच में सुन लेता है ,जो आने वाले कल की।।
डाॅ.बिपिन पाण्डेय