– मुक्तक –
मां तेरे चरणों की रज धूल है मां,
तेरी कृपा हम पाए
अखिल विश्व में छा जाए,
शारद पुत्र कहलाए,
भरत गहलोत
जालोर राजस्थान
मां तेरे चरणों की रज धूल है मां,
तेरी कृपा हम पाए
अखिल विश्व में छा जाए,
शारद पुत्र कहलाए,
भरत गहलोत
जालोर राजस्थान