मुक्तक
दुनिया से भला किसलिए फरियाद करें हम
आ जाओ नई दुनिया को ईजाद करें हम
ग़म का न तनफ़्फ़ुर का का बसेरा हो जहाँ पर
उल्फ़त की वहीं बस्ती को आबाद करें हम
प्रीतम श्रावस्तवी (उ०प्र०)
दुनिया से भला किसलिए फरियाद करें हम
आ जाओ नई दुनिया को ईजाद करें हम
ग़म का न तनफ़्फ़ुर का का बसेरा हो जहाँ पर
उल्फ़त की वहीं बस्ती को आबाद करें हम
प्रीतम श्रावस्तवी (उ०प्र०)