मुक्तक
जिनकी दहाड़ से दुश्मन भय से भूतल में गड़ जाते हैं,
कुर्सी की जिन्हें परवाह नहीं देशद्रोहियों से लड़ जाते हैं,
वो शेर पुत्र है भारत माँ के नित भारत की शान बढ़ाते हैं,
प्रभु राम हृदय में बसते उनके वो राम की गाथा गाते हैं,
जय श्री राम ?
जिनकी दहाड़ से दुश्मन भय से भूतल में गड़ जाते हैं,
कुर्सी की जिन्हें परवाह नहीं देशद्रोहियों से लड़ जाते हैं,
वो शेर पुत्र है भारत माँ के नित भारत की शान बढ़ाते हैं,
प्रभु राम हृदय में बसते उनके वो राम की गाथा गाते हैं,
जय श्री राम ?