मुक्तक
हर – हर महादेव ?
ठंडी राख समझना ना हम अंगारों के गोले हैं,
जल जाओगे लपटों में हम वो बारूदी शोले हैं,
खौंफ नहीं तनिक हमें विध्वंसक हथियारों का
शत्रु विनाशक नाथ हमारे नीलकंठ बम बोले हैं,,
हर – हर महादेव ?
ठंडी राख समझना ना हम अंगारों के गोले हैं,
जल जाओगे लपटों में हम वो बारूदी शोले हैं,
खौंफ नहीं तनिक हमें विध्वंसक हथियारों का
शत्रु विनाशक नाथ हमारे नीलकंठ बम बोले हैं,,