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25 Sep 2021 · 1 min read

मुक्तक

लेखनी ज्वाला की खंज़र की रवानी सी लगे,
लोग कहते हैं व्यथाओं की कहानी सी लगे,
क्रोध में अंगार सी लिखती कलम तलवार सी
शब्दों में डाले भावनाओं को ज़ुबानी सी लगे

Language: Hindi
185 Views

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