मुक्तक
वो ख़्वाब दिखलाया नदी का तिश्नगी देकर गया,
ख़्वाहिश उजालों की जगाकर तीरगी देकर गया,
जो कहता था गुमां होगा ऐसी जिंदगी दूँगा तुम्हें
झूठे ख़्वाब,हक़ीक़त में बेबस जिंदगी देकर गया,,
(लव जिहाद से संबंधित )
वो ख़्वाब दिखलाया नदी का तिश्नगी देकर गया,
ख़्वाहिश उजालों की जगाकर तीरगी देकर गया,
जो कहता था गुमां होगा ऐसी जिंदगी दूँगा तुम्हें
झूठे ख़्वाब,हक़ीक़त में बेबस जिंदगी देकर गया,,
(लव जिहाद से संबंधित )