Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Sep 2021 · 1 min read

मुक्तक

मानवता का दुश्मन है यह, नशा न करना भाई।
नशा किया है जिसने उसका, जीवन है दुखदाई।
घर परिवार बिखर जाता है, दुख मिलता जीवन भर-
इज्ज़त और प्रतिष्ठा खोती, होती व्यर्थ कमाई।

सूर्य चमकता आसमान में, तम को दूर भगाता।
घर आंगन का कोना-कोना, सब रौशन कर जाता।
नव-ग्रह जिसका चक्कर काटें, जो जलता रहता है-
‘सूर्य’ स्रोत है ऊर्जा का वह, धूप साथ में लाता।

सबसे श्रेष्ठ दिखाता खुद को, करता है मनमानी।
टुटपुँजिये शागिर्द बनाकर, मिथ्या करे बयानीं।
आत्ममुग्धता का जिसको भी, रोग लगा दुनिया में-
अंत समय में देखो भइया, बचा न उसका पानी।

सड़क किनारे भिक्षुक दिखते, प्रतिदिन आते-जाते।
जीने की लिप्सा में मानव, कितने कष्ट उठाते।
खुशी मिलेगी कर के देखो, साथी हाथ बढाओ-
दुखियों की सेवा करना तुम, #मानवता के नाते।

कुछ बादल यदि आ भी जाएँ, सूर्य कहां छिपता है।
चीर तिमिर की काली रेखा, अम्बर में उगता है।
खुद जल कर जो देता रहता, दुनिया को उजियारा-
हाय! धरा पर ऐसा मानव, आज कहांँ मिलता है।

ऊंँच नीच का भेद मिटा कर, सबको गले लगालो।
ज्ञान अगर कुछ मिल भी जाए, खुद को जरा संँभालों।
आत्ममुग्धता कर देता है, अहंकार में पागल-
गाँठ पार लो जीवन में तुम, रोग नहीं यह पालो।

(स्वरचित मौलिक)
#सन्तोष_कुमार_विश्वकर्मा_सूर्य
तुर्कपट्टी, देवरिया, (उ.प्र.)
☎️7379598464

Language: Hindi
286 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
*गीता सुनाई कृष्ण ने, मधु बॉंसुरी गाते रहे(मुक्तक)*
*गीता सुनाई कृष्ण ने, मधु बॉंसुरी गाते रहे(मुक्तक)*
Ravi Prakash
"लाचार मैं या गुब्बारे वाला"
संजय कुमार संजू
हाथों की लकीरों को हम किस्मत मानते हैं।
हाथों की लकीरों को हम किस्मत मानते हैं।
Neeraj Agarwal
सुनो मोहतरमा..!!
सुनो मोहतरमा..!!
Surya Barman
हरे हैं ज़ख़्म सारे सब्र थोड़ा और कर ले दिल
हरे हैं ज़ख़्म सारे सब्र थोड़ा और कर ले दिल
Meenakshi Masoom
सकारात्मक सोच अंधेरे में चमकते हुए जुगनू के समान है।
सकारात्मक सोच अंधेरे में चमकते हुए जुगनू के समान है।
Rj Anand Prajapati
भूत अउर सोखा
भूत अउर सोखा
आकाश महेशपुरी
संस्कार का गहना
संस्कार का गहना
Sandeep Pande
बँटवारा
बँटवारा
Shriyansh Gupta
धवल चाँदनी में हरित,
धवल चाँदनी में हरित,
sushil sarna
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-150 से चुने हुए श्रेष्ठ 11 दोहे
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-150 से चुने हुए श्रेष्ठ 11 दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
रंग रंगीली होली आई
रंग रंगीली होली आई
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
🙏श्याम 🙏
🙏श्याम 🙏
Vandna thakur
सपना देखना अच्छी बात है।
सपना देखना अच्छी बात है।
Paras Nath Jha
प्रथम गुरु
प्रथम गुरु
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
आज अचानक आये थे
आज अचानक आये थे
Jitendra kumar
#देख_लिया
#देख_लिया
*प्रणय प्रभात*
अपनी मसरूफियत का करके बहाना ,
अपनी मसरूफियत का करके बहाना ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
मम्मास बेबी
मम्मास बेबी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
रमेशराज की पेड़ विषयक मुक्तछंद कविताएँ
रमेशराज की पेड़ विषयक मुक्तछंद कविताएँ
कवि रमेशराज
झूठे सपने
झूठे सपने
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
3390⚘ *पूर्णिका* ⚘
3390⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
कैसे करें इन पर यकीन
कैसे करें इन पर यकीन
gurudeenverma198
वो जो मुझको रुलाए बैठा है
वो जो मुझको रुलाए बैठा है
काजू निषाद
किसान
किसान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मैं नहीं कहती
मैं नहीं कहती
Dr.Pratibha Prakash
My life's situation
My life's situation
Sukoon
आम की गुठली
आम की गुठली
Seema gupta,Alwar
"विरले ही लोग"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...