Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
jyoti jwala
40 Followers
Follow
Report this post
30 Aug 2021 · 1 min read
मुक्तक
ना जाति धर्म का पंगा हो,
ना कोई दहशत दंगा हो,
अधरों पर जयगान देश का
हम सबकी शान तिरंगा हो,,
Language:
Hindi
Tag:
मुक्तक
Like
Share
1 Like
· 263 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
*आज का मुक्तक*
*प्रणय*
क्या होता है रोना ?
पूर्वार्थ
मत छेड़ हमें देशभक्ति में हम डूबे है।
Rj Anand Prajapati
उस मुहल्ले में फिर इक रोज़ बारिश आई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सूरज - चंदा
Prakash Chandra
बुढ़ापा
Neeraj Agarwal
ये मछलियां !
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
उस्ताद जाकिर हुसैन
Satish Srijan
प्यासे मन की कल्पना,
sushil sarna
दीपावली
अनिल "आदर्श"
मैं अपना जीवन
Swami Ganganiya
मार मुदई के रे... 2
जय लगन कुमार हैप्पी
क्या रखा है? वार में,
Dushyant Kumar
जीने को बस यादें हैं।
Taj Mohammad
" वो कौन है "
Dr. Kishan tandon kranti
प्रत्यक्ष खड़ा वो कौन था
Chitra Bisht
बीते हुए दिन
rubichetanshukla 781
भिखारी कविता
OM PRAKASH MEENA
ज़िन्दगी थोड़ी भी है और ज्यादा भी ,,
Neelofar Khan
#हक़ीक़त
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
ज़माने को समझ बैठा, बड़ा ही खूबसूरत है,
संजीव शुक्ल 'सचिन'
स्वार्थ से परे
Seema gupta,Alwar
*साधुता और सद्भाव के पर्याय श्री निर्भय सरन गुप्ता : शत - शत प्रणाम*
Ravi Prakash
जय श्रीराम
Pratibha Pandey
??????...
शेखर सिंह
ओस भरी निशा में ये चमकते तारे
नूरफातिमा खातून नूरी
राम : लघुकथा
ज्ञानीचोर ज्ञानीचोर
दिल के अरमान मायूस पड़े हैं
Harminder Kaur
सर्द हवाएं
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
4358.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...