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22 Jul 2021 · 1 min read

मुक्तक

मुक्तक
1.

जब तेरी कोशिशें , तेरी मंजिल का हमसफ़र होने लगें

जब तेरे प्रयास , तुझे प्रेरित करने लगें |

जब तेरी कोशिशों को , खुला आसमां नसीब होने लगे

तब समझ लेना, तुम अपनी मंजिल की ओर अग्रसर हो रहे हो ||

2.

जब तुझे सत्कर्मों की ओर , प्रस्थित होने की प्रेरणा मिलने लगे

जब तुझे , सद्विचारों का भान होने लगे |

जब तुझे सत्मार्ग की ओर प्रस्थित होने की , तीव्र लालसा होने लगे

तब समझ लेना , तुम एक पुण्य आत्मा बनने की ओर अग्रसर हो ||

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 459 Views
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