मुक्तक
मुक्तक
1.
जब तेरी कोशिशें , तेरी मंजिल का हमसफ़र होने लगें
जब तेरे प्रयास , तुझे प्रेरित करने लगें |
जब तेरी कोशिशों को , खुला आसमां नसीब होने लगे
तब समझ लेना, तुम अपनी मंजिल की ओर अग्रसर हो रहे हो ||
2.
जब तुझे सत्कर्मों की ओर , प्रस्थित होने की प्रेरणा मिलने लगे
जब तुझे , सद्विचारों का भान होने लगे |
जब तुझे सत्मार्ग की ओर प्रस्थित होने की , तीव्र लालसा होने लगे
तब समझ लेना , तुम एक पुण्य आत्मा बनने की ओर अग्रसर हो ||