मुक्तक
तुमने किया यूं वार कि दिल में खरोंच है
आखिर बता भी दो जरा मेरा क्या दोष है
कोई दवा दुआ नहीं अब काम आ रही
घूट रहा है दम मेरा, आता न होश है।
शक्ति त्रिपाठी देव
तुमने किया यूं वार कि दिल में खरोंच है
आखिर बता भी दो जरा मेरा क्या दोष है
कोई दवा दुआ नहीं अब काम आ रही
घूट रहा है दम मेरा, आता न होश है।
शक्ति त्रिपाठी देव