मुक्तक
1222 1222 1222 1222
हमारा प्यार सच्चा है सही रिश्ता निभाना तुम
नही विश्वास तो बेशक कभी भी आजमाना तुम
मगर ये झूठ की तोहमत लगाओ आप ना मुझपर
भुलाना ठीक लगता है तो मुझको भूल जाना तुम
अगर है इश्क़ हमसे तो नही नखरे दिखाना तुम
बुलाऊँ मैं कभी तुमको हमारे पास आना तुम
तुम्हें है नफ़रतें हमसे तो’ क्यों फिर याद करती हो
भुलाना ठीक लगता है तो मुझको भूल जाना तुम
अभिनव मिश्र अदम्य