मुक्तक
मुक्तक
2122 1122 1122 22
मेरी किस्मत में’ नही प्यार लिखा है यारों।
ख़्वाब में वो न मुझे रात दिखा है यारों।
जिंदगी आज खपा है की बताऊँ कैसे
बेवफ़ा ने जो’ दिया ज़ख्म छुपा है यारों।
अदम्य
मुक्तक
2122 1122 1122 22
मेरी किस्मत में’ नही प्यार लिखा है यारों।
ख़्वाब में वो न मुझे रात दिखा है यारों।
जिंदगी आज खपा है की बताऊँ कैसे
बेवफ़ा ने जो’ दिया ज़ख्म छुपा है यारों।
अदम्य