*मुक्तक*
जन्मों जन्म साथ निभाने, संग जीने मरने की कसमें तो बहुत से लोग खाते हैं !
मग़र दुनियावी रश्मों को बदलने की हिम्मत कुछ विरले ही जुटा पाते हैं !!
जन्मों जन्म साथ निभाने, संग जीने मरने की कसमें तो बहुत से लोग खाते हैं !
मग़र दुनियावी रश्मों को बदलने की हिम्मत कुछ विरले ही जुटा पाते हैं !!