मुक्तक
मेरी हर एक याद दिल से मिटाकर देख लो
मैं फिर भी याद आऊँगा आज़माकर देख लो
मैं अपने सारे दर्द और ग़म भूल जाऊँगा ‘अर्श’
बस एक बार मुझे तुम मुस्कुराकर देख लो
मेरी हर एक याद दिल से मिटाकर देख लो
मैं फिर भी याद आऊँगा आज़माकर देख लो
मैं अपने सारे दर्द और ग़म भूल जाऊँगा ‘अर्श’
बस एक बार मुझे तुम मुस्कुराकर देख लो