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21 Jul 2020 · 1 min read

मुक्तक

प्रेम में मिलना पाना कुछ होता ही नहीं है “जान”
प्रेम अपने अंदर की ऊर्जा है इसे …
किस से मांगोगी और किस से कहोगी प्रेम का करो दान …
~ सिद्धार्थ

छोटी सी चिड़ियाँ छोटे-छोटे पंख
चोंच में दाना डाले कूके जैसे शंख।

कुदक -फुदक कर अपना पंख देदे मुझको तू
चल उस से मिलकर आयें … हम और तू !
~ सिद्धार्थ

Language: Hindi
5 Likes · 3 Comments · 471 Views
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