मुक्तक
क्या गजब की कोई किसी का नहीं सुनता
सुना है कहीं, फांके में लोग बहरे हो जाते हैं
~ सिद्धार्थ
2.
हिटलर पैदा नहीं होता पागलों को पूज कर
अकर्मण्य जनता हिटलर पैदा करती है…
~ सिद्धार्थ
शैतानों ने खाल ओढ़ लिया है फ़रिस्तों से छीन कर
बदकारों ने घेर लिया है संसद को सरकार बन कर !
…सिद्धार्थ