मुक्तक
मन को मायूस अपने ना करना कभी,
राह मुश्किल भले हो, ना डरना कभी।
ये हकीकत में तब्दील हो जाएंगे,
खाब आंखों से ओझल ना करना कभी।।
✍️विपिन शर्मा
मन को मायूस अपने ना करना कभी,
राह मुश्किल भले हो, ना डरना कभी।
ये हकीकत में तब्दील हो जाएंगे,
खाब आंखों से ओझल ना करना कभी।।
✍️विपिन शर्मा