मुक्तक
काम किया सर्द में गर्मी की तपिश में
मां-बाप ने क्या न झेला हमारी परवरिश में
वो बेकार की चीज़ें अक्सर हो जातें हैं बाद में
तु रख ऐसे कहते हैं औलाद आपसी रंजिश में
नूरफातिमा खातून” नूरी”
5/5/2020
काम किया सर्द में गर्मी की तपिश में
मां-बाप ने क्या न झेला हमारी परवरिश में
वो बेकार की चीज़ें अक्सर हो जातें हैं बाद में
तु रख ऐसे कहते हैं औलाद आपसी रंजिश में
नूरफातिमा खातून” नूरी”
5/5/2020