मुक्तक
कौन मांगें दो जहां का ऎसो आराम
हम तो अपनी ख़ब्ती के कायल हैं !
तुम को दरकार हो तो रख लो खुदा
मेरा जी अभी भूखे जिस्म में घायल है !!
~ सिद्धार्थ
कौन मांगें दो जहां का ऎसो आराम
हम तो अपनी ख़ब्ती के कायल हैं !
तुम को दरकार हो तो रख लो खुदा
मेरा जी अभी भूखे जिस्म में घायल है !!
~ सिद्धार्थ