मुक्तक
दूर से आकर मेघों ने , आसमान को घेरा है,
चौफेरे फैल रहा, जैसे भयंकर अंधेरा है।
सूर्य, पुण्य भोर का वादा देकर, हो गया अस्त ,
एक होकर ,सब जुगनूओं ने, कर दिया सवेरा है।
©️✍
अरुणा डोगरा शर्मा,
पंजाब।
दूर से आकर मेघों ने , आसमान को घेरा है,
चौफेरे फैल रहा, जैसे भयंकर अंधेरा है।
सूर्य, पुण्य भोर का वादा देकर, हो गया अस्त ,
एक होकर ,सब जुगनूओं ने, कर दिया सवेरा है।
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अरुणा डोगरा शर्मा,
पंजाब।