मुक्तक
1.
अब कोई माधव न चुपके से आयेगा
हे द्रोपदी कोन है जो तुम्हें बचाएगा???
2.
काबिल फ़रिश्ते बैठें हैं शाखो पे साथी
खुराफातों का ये जमाना है
कौन कान्हा को पूछेगा ये दुर्योधनों का जमाना है
~ सिद्धार्थ
1.
अब कोई माधव न चुपके से आयेगा
हे द्रोपदी कोन है जो तुम्हें बचाएगा???
2.
काबिल फ़रिश्ते बैठें हैं शाखो पे साथी
खुराफातों का ये जमाना है
कौन कान्हा को पूछेगा ये दुर्योधनों का जमाना है
~ सिद्धार्थ