मुक्तक
बच्चों ने अवाद कर रखी है दुनियां को
वर्ना कहां इस दहर में दिल शाद होता है
ये वो जुगनू हैं जो उठाए फिरते हैं रोशनी को
और दुख केअंधेरे का घर बर्बाद करते हैं
~ सिद्धार्थ
बच्चों ने अवाद कर रखी है दुनियां को
वर्ना कहां इस दहर में दिल शाद होता है
ये वो जुगनू हैं जो उठाए फिरते हैं रोशनी को
और दुख केअंधेरे का घर बर्बाद करते हैं
~ सिद्धार्थ