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12 Feb 2017 · 1 min read

मुक्तक

तुझे मैं ढूँढता हूँ कहाँ कहाँ पर?
कदम यादों के हैं जहाँ जहाँ पर!
दर्द की मिनारें हैं मौजूद जिसजगह,
जिन्दगी भी दफ्न है वहाँ वहाँ पर!

#महादेव_की_कविताऐं

Language: Hindi
265 Views
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