मुक्तक
कैसे तलें पकौड़ा के मँहगा हुआ है प्याज
है भाव इसका जैसे कि सोना हुआ है प्याज
मँहगाई के इस दौर में हम और क्या करें
अम्बर पे चाँद बन के ये बैठा हुआ है प्याज
प्रीतम राठौर भिनगाई
कैसे तलें पकौड़ा के मँहगा हुआ है प्याज
है भाव इसका जैसे कि सोना हुआ है प्याज
मँहगाई के इस दौर में हम और क्या करें
अम्बर पे चाँद बन के ये बैठा हुआ है प्याज
प्रीतम राठौर भिनगाई