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14 Dec 2019 · 1 min read

मुक्तक

जब भी जिन्दगी से जिन्दगी जंग ठान लेती है,
न जाने क्यों तभी किस्मत ये इम्तिहान लेती है,
खुशी के पल से जब भी रूबरु होने का पल आता
हमारी रूह ग़म का शामियाना तान लेती है।

Language: Hindi
2 Comments · 236 Views

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