मुक्तक
कोशिशों की दौड़ में अपनी सफलता खोजती हूँ,
राह की दुश्वारियों में भी सरलता खोजती हूँ ,
रात काली है मगर यह और गहरी हो न जाए
मैं तिमिर में ही कहीं सूरज निकलता खोजती हूँ….
कोशिशों की दौड़ में अपनी सफलता खोजती हूँ,
राह की दुश्वारियों में भी सरलता खोजती हूँ ,
रात काली है मगर यह और गहरी हो न जाए
मैं तिमिर में ही कहीं सूरज निकलता खोजती हूँ….