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22 Aug 2019 · 1 min read

मुक्तक

हमें जिसने यहां भेजा , वही हमको खिलाता है।
जगत में जीव हैं जितने, वही सबको जिलाता है।
मिला हमको यहाँ जो भी, उसी ईश्वर की मर्जी से-
जगाता है हमें भूखा, नहीं भूखा सुलाता है।।
✍️पं.संजीव शुक्ल “सचिन”

Language: Hindi
1 Like · 232 Views
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