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18 Aug 2019 · 1 min read

मुक्तक

१.
तुम अब दीवार पे ही टांग दो, तसवीर नही तकदीर मेरी
तुम्हारी चालाकियों ने नंगा किया है बदन की तहरीर मेरी !
…सिद्धार्थ
२.
न धन कमाया न दौलत कमाया, थोड़ी सी कमाई थी खुशियाँ
धन-दौलत खर्च होती रही
चलो इस बार खरचते हैं हम अपनी ही कमाई हुई कुछ खशियाँ !
…सिद्धार्थ

Language: Hindi
445 Views
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