उलझता रहता है हर कोई यहां इश्क़ की चाहतों में।
बुंदेली दोहा-मटिया चूले
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मेरे जैसे तमाम "fools" को "अप्रैल फूल" मुबारक।
*"बीजणा" v/s "बाजणा"* आभूषण
लोककवि पंडित राजेराम संगीताचार्य
खिड़कियां हवा और प्रकाश को खींचने की एक सुगम यंत्र है।
जीवन है रंगमंच कलाकार हम सभी
मुख़्तसर राब्ते करे सबसे ।
अनुनय (इल्तिजा) हिन्दी ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
* नई दृष्टि-परिदृश्य आकलन, मेरा नित्य बदलता है【गीतिका】*
ख्वाब को ख़ाक होने में वक्त नही लगता...!
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'