मुक्तक
दिल के सभी सवालों के जवाब लिख दिए,
पत्थर पे आज देखिये गुलाब लिख दिए,
अश्कों में पिरोए हैं ज़ख्मों को हमने
और पानी पे देखिए किताब लिख दिए,
दिल के सभी सवालों के जवाब लिख दिए,
पत्थर पे आज देखिये गुलाब लिख दिए,
अश्कों में पिरोए हैं ज़ख्मों को हमने
और पानी पे देखिए किताब लिख दिए,