मुक्तक
जन्म मिलता नहीं होते हम भी नहीं,
मात है तो मुझे कोई गम भी नहीं।
माँ के चरणों की धूलि को शत शत नमन,
मा नहीं रब मगर रब से कम भी नहीं।।
अशोक छाबडा
गुरूग्राम
जन्म मिलता नहीं होते हम भी नहीं,
मात है तो मुझे कोई गम भी नहीं।
माँ के चरणों की धूलि को शत शत नमन,
मा नहीं रब मगर रब से कम भी नहीं।।
अशोक छाबडा
गुरूग्राम