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18 May 2019 · 1 min read

मुक्तक

तेरा जो दीवाना था कब का मर गया है।
तेरा जो परवाना था कब का डर गया है।
तूफ़ान आता था कभी दिल में ज़ुस्तज़ू का-
तेरी बेवफ़ाई से कब का मुक़र गया है।

मुक्तककार- #मिथिलेश_राय

Language: Hindi
435 Views
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