मुक्तक !
यादों ने जम के बारिश की है
हम ने थम के किस्से सुने हैं…
/
कुछ तुम्हारे कुछ हमारे…
हसीन लम्हों को चोरी से चुने हैं …
***
11-05-2019
… पुर्दिल…
यादों ने जम के बारिश की है
हम ने थम के किस्से सुने हैं…
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कुछ तुम्हारे कुछ हमारे…
हसीन लम्हों को चोरी से चुने हैं …
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11-05-2019
… पुर्दिल…