मुक्तक
कुछ कर गुज़रने के लिए मौसम नहीं मन चाहिए,
हर प्यास को जो दे बुझा वह एक सावन चाहिए,
है सही, क्या है गलत जो भेद बतला दे हमें
सत्य दिख सकता हो जिसमे एक दर्पण चाहिए
कुछ कर गुज़रने के लिए मौसम नहीं मन चाहिए,
हर प्यास को जो दे बुझा वह एक सावन चाहिए,
है सही, क्या है गलत जो भेद बतला दे हमें
सत्य दिख सकता हो जिसमे एक दर्पण चाहिए