Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Apr 2019 · 1 min read

मुक्तक

सवाल गूँज के चुप हैं जवाब आए नहीं
जो आने वाले थे वो इंक़लाब आए नहीं,
वो एक नींद की जो शर्त थी अधूरी रही
हमारी जागती आँखों में ख़्वाब आए नहीं

Language: Hindi
420 Views

You may also like these posts

चंद्रयान 3 ‘आओ मिलकर जश्न मनाएं’
चंद्रयान 3 ‘आओ मिलकर जश्न मनाएं’
Author Dr. Neeru Mohan
शोख लड़की
शोख लड़की
Ghanshyam Poddar
🥀✍अज्ञानी की 🥀
🥀✍अज्ञानी की 🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
वैज्ञानिक प्रबंधन की कहानी
वैज्ञानिक प्रबंधन की कहानी
विक्रम सिंह
शब्द सुनता हूं मगर मन को कोई भाता नहीं है।
शब्द सुनता हूं मगर मन को कोई भाता नहीं है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
सत्य समझ
सत्य समझ
Rajesh Kumar Kaurav
सूरज का ताप
सूरज का ताप
Namita Gupta
मानव के सूने मानस में तुम सरस सरोवर बन जाओ,
मानव के सूने मानस में तुम सरस सरोवर बन जाओ,
Anamika Tiwari 'annpurna '
चंदा मामा कितनी दूर है
चंदा मामा कितनी दूर है
Sudhir srivastava
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
इच्छा.
इच्छा.
Heera S
हे गणपति श्रेष्ठ शुभंकर
हे गणपति श्रेष्ठ शुभंकर
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
दोहे
दोहे
seema sharma
वक़्त के साथ खंडहर में
वक़्त के साथ खंडहर में "इमारतें" तब्दील हो सकती हैं, "इबारतें
*प्रणय*
कुछ ये हाल अरमान ए जिंदगी का
कुछ ये हाल अरमान ए जिंदगी का
शेखर सिंह
(दीवाली गीत)
(दीवाली गीत)
Dr Archana Gupta
2659.*पूर्णिका*
2659.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
धृतराष्ट्र की आत्मा
धृतराष्ट्र की आत्मा
ओनिका सेतिया 'अनु '
कातिल
कातिल
Dr. Kishan tandon kranti
मैया तेरा लाडला ये हमको सताता है
मैया तेरा लाडला ये हमको सताता है
कृष्णकांत गुर्जर
बहन भी अधिकारिणी।
बहन भी अधिकारिणी।
Priya princess panwar
उन कचोटती यादों का क्या
उन कचोटती यादों का क्या
Atul "Krishn"
*संस्मरण*
*संस्मरण*
Ravi Prakash
समय
समय
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
मेघ-मेघ में धड़कनें, बूँद- बूँद में प्यार।
मेघ-मेघ में धड़कनें, बूँद- बूँद में प्यार।
sushil sarna
सिसकियाँ जो स्याह कमरों को रुलाती हैं
सिसकियाँ जो स्याह कमरों को रुलाती हैं
Manisha Manjari
बादलों को आज आने दीजिए।
बादलों को आज आने दीजिए।
surenderpal vaidya
अगर आप हमारी मोहब्बत की कीमत लगाने जाएंगे,
अगर आप हमारी मोहब्बत की कीमत लगाने जाएंगे,
Kanchan Alok Malu
होश संभालता अकेला प्राण
होश संभालता अकेला प्राण
©️ दामिनी नारायण सिंह
*अभी तो रास्ता शुरू हुआ है.*
*अभी तो रास्ता शुरू हुआ है.*
Naushaba Suriya
Loading...