मुक्तक
” सफ़र में मुश्किलें आएँ तो जुर्रत और बढ़ती है,
रास्ता कोई जब रोके तो हिम्मत और बढ़ती है,
अगर बिकने पे आ जाओ तो लग जाती भले कीमत
न बिकने का इरादा हो तो इज्जत और बढ़ती है “
” सफ़र में मुश्किलें आएँ तो जुर्रत और बढ़ती है,
रास्ता कोई जब रोके तो हिम्मत और बढ़ती है,
अगर बिकने पे आ जाओ तो लग जाती भले कीमत
न बिकने का इरादा हो तो इज्जत और बढ़ती है “