मुक्तक
“माँ भारती के लाल का कमाल देखिए,
आसमां से फेंका दुश्मनों पे जाल देखिए,
बैठे हैं पड़ोसी अब तो तिलमिलाए से,
अब मुल्क में मचा है क्या धमाल देखिए “
“माँ भारती के लाल का कमाल देखिए,
आसमां से फेंका दुश्मनों पे जाल देखिए,
बैठे हैं पड़ोसी अब तो तिलमिलाए से,
अब मुल्क में मचा है क्या धमाल देखिए “