हुंकार
भड़क उठे है दिल में शोले आँखों में अंगार।
ऐसे रिपु को जिन्दा छोड़े तो जीवन धिक्कार।
हर शहीद का बदला लेगें देगें सीना चीर –
युद्ध करो, हुंकार भरो, दुश्मन पर करो प्रहार।।
-लक्ष्मी सिंह
भड़क उठे है दिल में शोले आँखों में अंगार।
ऐसे रिपु को जिन्दा छोड़े तो जीवन धिक्कार।
हर शहीद का बदला लेगें देगें सीना चीर –
युद्ध करो, हुंकार भरो, दुश्मन पर करो प्रहार।।
-लक्ष्मी सिंह