Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Feb 2019 · 1 min read

मुक्तक सृजन

चाँद आया नज़र चांदनी हो गई!
तीरगी थी जहां रोशनी हो गई!
जब से थामी कलम है मेरे हाथ ने,
खूबसूरत हंसी ज़िंदगी हो गई!

***************************
हौसलों से मेरे है उजाला हुआ!
वैरियों का जतन आज काला हुआ!
सिलसिला चल पड़ा रहमतों का हसीं,
उस ख़ुदा का क़रम जो निराला हुआ!

******************************
किसी के भी हुनर को तुम नज़र अंदाज़ मत करना!
लगे जो अजनबी तुमको उसे हमराज़ मत करना!
मुसाफ़िर आपसे करता फ़क़त इतनी गुज़ारिश है,
करो आदर बुज़ुर्गों का उन्हें नाराज़ मत करना!
धर्मेन्द्र अरोड़ा
“मुसाफ़िर पानीपती”
सर्वाधिकार सुरक्षित©®

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 561 Views

You may also like these posts

झलक को दिखाकर सतना नहीं ।
झलक को दिखाकर सतना नहीं ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
अंजुरी भर....
अंजुरी भर....
Shally Vij
*Monuments Tall*
*Monuments Tall*
Veneeta Narula
विषय तरंग
विषय तरंग
DR ARUN KUMAR SHASTRI
इंटरनेट
इंटरनेट
Vedha Singh
हाथ की लकीरों में फ़क़ीरी लिखी है वो कहते थे हमें
हाथ की लकीरों में फ़क़ीरी लिखी है वो कहते थे हमें
VINOD CHAUHAN
मैंने उसे मेरी जिंदगी का हिस्सा बनते देखा है।
मैंने उसे मेरी जिंदगी का हिस्सा बनते देखा है।
Kanchan Alok Malu
परेड में पीछे मुड़ बोलते ही,
परेड में पीछे मुड़ बोलते ही,
नेताम आर सी
राखड़ी! आ फकत
राखड़ी! आ फकत
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
उदासीनता के शिखर श्रेष्ठ ने, यूँ हीं तो नहीं अपनाया है।
उदासीनता के शिखर श्रेष्ठ ने, यूँ हीं तो नहीं अपनाया है।
Manisha Manjari
फर्क
फर्क
ओनिका सेतिया 'अनु '
चक्र सुदर्शन धारी,अब चक्र चलाओ ना
चक्र सुदर्शन धारी,अब चक्र चलाओ ना
कृष्णकांत गुर्जर
हंसी आयी है लबों पर।
हंसी आयी है लबों पर।
Taj Mohammad
अभिमान
अभिमान
Sudhir srivastava
छत्रपति वीर शिवाजी।
छत्रपति वीर शिवाजी।
Sonit Parjapati
देशभक्ति पर दोहे
देशभक्ति पर दोहे
Dr Archana Gupta
"बेखबर हम, नादान तुम " अध्याय -2 "दुःख सच, सुख मात्र एक आधार है |"
कवि अनिल कुमार पँचोली
तुम ज़िन्दगी होकर भी,
तुम ज़िन्दगी होकर भी,
लक्ष्मी सिंह
हिन्दी
हिन्दी
Bodhisatva kastooriya
संत की महिमा
संत की महिमा
Buddha Prakash
जीवन की वास्तविकता
जीवन की वास्तविकता
Otteri Selvakumar
देश का भविष्य
देश का भविष्य
Shweta Soni
गज़ल
गज़ल
करन ''केसरा''
दिल धड़क उठा
दिल धड़क उठा
अमित
*छूट_गया_कितना_कुछ_पीछे*
*छूट_गया_कितना_कुछ_पीछे*
शशि कांत श्रीवास्तव
स्त्रियां, स्त्रियों को डस लेती हैं
स्त्रियां, स्त्रियों को डस लेती हैं
पूर्वार्थ
#व्यंग्य-
#व्यंग्य-
*प्रणय*
*रामपुर से प्रकाशित हिंदी साप्ताहिक पत्र*
*रामपुर से प्रकाशित हिंदी साप्ताहिक पत्र*
Ravi Prakash
मित्रों से अच्छा नहीं,
मित्रों से अच्छा नहीं,
sushil sarna
बिन गरजे बरसे देखो ...
बिन गरजे बरसे देखो ...
sushil yadav
Loading...