मुक्तक :: विषय – खामोशी
विषय ~ खामोशी
◆मुक्तक◆
लोग बतलाते हैं तू तो हूर है।
मेरी नज़रों में बसा कोहिनूर है।
मैं हूँ तेरा प्यार सब यह जानते हैं,
तेरी खामोशी महज दस्तूर है।।
कौशल कुमार पाण्डेय “आस”
दि०- १३ दिसम्बर १७/बुधवार।
विषय ~ खामोशी
◆मुक्तक◆
लोग बतलाते हैं तू तो हूर है।
मेरी नज़रों में बसा कोहिनूर है।
मैं हूँ तेरा प्यार सब यह जानते हैं,
तेरी खामोशी महज दस्तूर है।।
कौशल कुमार पाण्डेय “आस”
दि०- १३ दिसम्बर १७/बुधवार।