***** मुक्तक : फाँसी दो *****
***** मुक्तक : फाँसी दो *****
जो पाकिस्तान से हमदर्दी रखते ,,,,,उनको तो बस फाँसी दो,
जो पाकिस्तान का झंड़ा लहराते ,,,, उनको भी बस फाँसी दो,
जो देश द्रोही उत्पात मचाते हैं ,,,,,,,,,,उनसे क्यूँ हमदर्दी ,
आतँकी जो मानवता को रोंदे ,,,,,, उनको तो बस फाँसी दो,
******* सुरेशपाल वर्मा जसाला